आयुर्वेद - करेला के फायदे

करेला अपने स्वास्थ्य-लाभ के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। और शायद यही वजह है कि कड़वा स्वाद होने के बावजूद यह लोगों को अति प्रिय है। करेला जो की एक सब्जी और औषधि दोनो ही है प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस, मैग्नीशियम, मैंगनीज, फोलेट, विटामिन एविटामिन सी और कई विटामिन बी का एक प्रचुर स्रोत है।
इसमें आहार फाइबर भी अच्छी मात्रा में शामिल है और इसमें कैलोरी भी कम होती है। यह लिनोलेनिक एसिड (एक आवश्यक, ओमेगा -6 फैटी एसिड) और ओलिक एसिड (एक असंतृप्त वसा) का भी एक अच्छा स्रोत है। आप करेले की सब्जी भी खा सकते हैं या फिर इसके जूस का सेवन भी कर सकते हैं।

करेले के फायदे करें मधुमेह को नियंत्रित

करेले का यह स्वास्थ्य लाभ विश्व-भर में प्रचलित है। यह रक्त में शर्करा के स्तर को प्रभावित कर उसे कम करने में सहायता करता है। इसके अलावा इसमें चरन्तीं (charantin), विसीने (vicine) and पॉलीपेप्टाइड-पी (polypeptide-p) नामक तीन सक्रिय मधुमेह विरोधी यौगिक भी मौजूद हैं। यह पैंक्रियास के इन्सुलिन उत्पादन को उत्तेजित करता है और इन्सुलिन प्रतिरोध से भी बचाव करता है। इसकी यह खूबी इसे टाइप-1 एवं टाइप-2 दोनों ही प्रकार के मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद बना देती है।

करेले के लाभ रखें रक्त को साफ 

करेले के लाभ रखें रक्त को साफ  - Bitter Gourd Blood Purifier in Hindi
करेला शरीर में एक प्राकृतिक रक्त शोधक के रूप में कार्य करता है और रक्त को स्वच्छ रखने में सहायक है। अशुद्ध रक्त लगातार सिर दर्द, एलर्जी, थकान और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता जैसे लक्षण पैदा कर सकता है। करेला रक्त को साफ़ एवं डेटोक्सीफाय करने में मदद करता है। यह रक्त विकारों के उपचार में मदद करता है। यह त्वचा को नाय निखार देने के लिए भी जाना जाता है और त्वचा को मुँहासेसोरायसिस और एक्जिमा जैसी समस्याओं से भी मुक्त कराता है। 

करेले के जूस के फायदे हैं लिवर के लिए स्वास्थ्यवर्धक

करेले के जूस के फायदे हैं लिवर के लिए स्वास्थ्यवर्धक  - Karela Juice for Liver in Hindi

करेले में हिपेटिक गुण पाए जाते हैं जो लिवर के लिए अत्यंत स्वास्थ्यवर्धक होते हैं। यह लिवर के कार्यशीलता में सुधार लाता है और रक्त को स्वच्छ करने में मदद करता है। यह लिवर में से विषाक्त प्रदार्थों को बहार निकालने में भी सक्षम है। लिवर के सुचारू रूप से कार्य करने पर मोटापा, हृदय रोग, क्रोनिक थकान, सिर दर्द, पाचन समस्याओं, पीलिया एवं अन्य कई रोगों के होने का खतरा कम हो जाता है।
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए दिन में कम से कम एक बार एक कप करेले का जूस अवश्य पियें।

करेले खाने के फायदे करें कोलेस्ट्रॉल को कम


करेले खाने के फायदे करें कोलेस्ट्रॉल को कम - Bitter Gourd Reduces Cholesterol in Hindi
यह औषधीय सब्जी आपके शरीर में उपस्थित हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी सहायक है। इसका श्रेय इसमें निहित उत्तम फायटो-नुट्रिएंट्स एवं एंटी-ऑक्सीडेंट्स को जाता है। इससे दिल के दौरे, हृदय रोग एवं स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है।
हृदय स्वास्थ्य में वृद्धि लाने के लिए एवं कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए करेले को अपने दैनिक आहार में शामिल करें। 

करेले खाने के लाभ बनाएं इम्यून सिस्टम को मजबूत 

करेले खाने के लाभ बनाएं इम्यून सिस्टम को मजबूत - Bitter Melon Immune System in Hindi
नियमित रूप से करेले का सेवन करने से आपका इम्यून सिस्टम सशक्त और प्रभावी बन जाता है और शरीर को बीमारियों से लड़ने की अमित क्षमता प्रदान करता है। यह इम्यून सिस्टम को फ्री-रेडिकल क्षति से भी बचाता है।
अपने इम्यून सिस्टम की शक्ति को बढ़ावा देने के लिए -
  • करेले को अपने दैनिक आहार में शामिल करें और गंभीर बीमारियों से शरीर का संरक्षण करें।
  • आप रोजाना एक से दो कप करेले की चाय भी पी सकते हैं। करेले की चाय बनाने के लिए एक कप गर्म पानी में 4-5 करेले के टुकड़े भीगने के लिए छोड़ दें। पांच मिनट बाद प्राप्त चाय का सेवन करें। 

करेले के गुण करें कैंसर से बचाव

करेले के गुण करें कैंसर से बचाव - Karela Benefits for Cancer in Hindi
करेले में निहित एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर की फ्री-रेडिकल क्षति से सुरक्षा करता है। करेले का सेवन करने से ग्रीवा, प्रोस्टेट और ब्रेस्ट कैंसर से बचा जा सकता है। एक शोध के अनुसार करेला ट्यूमर के विकास पर भी रोक लगाता है। कैंसर से बचाव करने के लिए, करेले को अपने दैनिक आहार में शामिल करें या फिर इसके जूस का सेवन रोजाना नियमित रूप से करें।

करेले के बीज के फायदे हैं वजन घटाने में सहायक

करेले के बीज के फायदे हैं वजन घटाने में सहायक  - Karela for Weight Loss in Hindi
करेला फायटो-न्यूट्रिएंट्स एवं एंटी-ऑक्सीडेंट का एक बहुत ही प्रचुर स्रोत है जो वजन घटाने में सहायक है। यह कार्बोहाइड्रेट्स के उपापचय को उत्तेजित कर शरीर में एकत्रित वसा की मात्रा को कम करता है। इसके अलावा यह फाइबर का भी एक अच्छा स्रोत है और इसमें कैलोरीज भी कम होती है। पोषण के जर्नल में प्रकाशित एक 2012 के अध्ययन के मुताबिक करेले के बीज का तेल शरीर में वसा संचय को कम करने में प्रभावी है। तो जल्दी से करेले को अपने दैनिक आहार में शामिल करें और अपने वजन में सुधार लाएं। 

करेले का उपयोग करे आंत के कीड़ों को खत्म

करेले का उपयोग करे आंत के कीड़ों को खत्म - Karele ke Beej ke Fayde for Intestinal Worms in Hindi
करेले में अन्थेलमिंटिक यौगिक पाए जाते हैं जो आंत में हानिकारक कीड़ों का नाश करते हैं। यह ना केवल उन परजीवी का अंत करता है अपितु साथ ही उनके मरणोपरांत आंत में बचे विषाक्त प्रदार्थों से भी छुटकारा दिलाता है।
आंत को हानि पहुँचा रहे कीड़ों को मारने के लिए -
  • एक सप्ताह तक रोजाना सुबह खाली पेट आधा कप करेले का जूस पियें।
  • इसके अलावा आप करेले के बीज का भी सेवन कर सकते हैं। 5-10 सूखे करेले के बीजों को क्रश कर आप इन्हें थोड़े से घी में तल लें। इन बीजों का सेवन एक सप्ताह के लिए रोजाना दिन में दो बार करें।

करेला दिलाएं हैंगओवर्स से छुटकारा

करेला दिलाएं हैंगओवर्स से छुटकारा - Karela ke Fayde for Hangover in Hindi
यदि आप शराब पीने की अगली सुबह होने वाले हैंगओवर्स से परेशान है तो करेले के पास आपकी इस समस्या का भी समाधान है। इसमें एंटी-इन्टॉक्सिकेशन गुण पाए जाते है जो शरीर से विषाक्त प्रदार्थों को निकास द्वार तो दिखाता ही है परंतु साथ ही में शराब द्वारा लिवर को पहुँचने वाली क्षति से भी बचाव करता है।
हैंगओवर को कम करने के लिए आधा कप करेले का जूस पियें।
करेले का सेवन करना "एक पन्त, दो काज" के सामान है। यह हैंगओवर से तो छुटकारा दिलाता ही है परंतु साथ ही में यह आपकी शराब पीने की लत को भी कम कर देता है।
शराब पीने की लत से छूटकारा पाने के लिए, रोजाना सुबह कुछ महीनों के लिए एक गिलास छाछ में तीन चमच्च करेले का रस मिलाकर खाली पेट में पिएं। 

करेले के लाभ करें बवासीर में मदद

करेले के लाभ करें बवासीर में मदद - Bitter Gourd Leaves for Piles in Hindi
करेले में निहित उत्तम एंटी-इंफ्लेमेटरी एवं एंटी-ऑक्सीडेंट गुण, इसे बवासीर के लिए एक उत्तम आहार बनाते हैं। इसमें अच्छी मात्रा में फाइबर भी पाया जाता है को मल-त्याग क्रिया को नियमित एवं सरल बना देते हैं। करेला इस वजह से बवासीर एवं बार बार होने वाली कब्ज दोनों से छुटकारा दिलाने में सक्षम है। 

  • 2-3 चमच्च करेले के पत्ते के रस में एक गिलास छाछ मिलाएं। इस घोल को रोजाना सुबह एक माह के लिए खाली पेट में पियें।
  • दर्द, जलन व सूजन से राहत पाने के लिए एवं ब्लीडिंग को कम करने के लिए करेले के जड़ का पेस्ट बाहरी बवासीर पर लगाएं।

करेले के नुकसान

  • करेला खरीदते समय, ताजा और गहरा हरा करेला ही चुनें। जिन करेलों पर पीले या नारंगी रंग के धब्बे हो या फिर नरम स्थल हो उन्हें खरीदने से बचें।
  • हमेशा करेले की सब्जी या फिर इसका जूस बनाने से पहले करेले को अच्छी तरह से ठन्डे पानी से धो लें।
  • करेले की कड़वाहट को कम करने के लिए, 10 मिनट के लिए नमक के पानी में करेले के टुकड़े भीगने के लिए छोड़ दें और फिर खाना पकाने के लिए इसका इस्तेमाल करें।
  • करेले के जूस के स्वाद में सुधार करने के लिए, आप इसमें शहद, या गाजर या सेब का रस मिला सकते हैं।
  • एक दिन में अधिक से अधिक 2 या 3 करेल का ही उपभोग करना चाहिए। इसके अत्यधिक सेवन से पेट में हल्का दर्द या दस्त हो सकता है।
  • गर्भवती महिलाओं को बहुत ज्यादा करेला खाने से बचना चाहिए क्योंकि यह समय से पहले ही शिशु-जन्म का कारक बन सकता है।

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