आयुर्वेद - तिल के जड़ और पत्तों के लाभ
तिल के पत्ते व जड़ के फायदे, गुण और लाभ - Til ke patte aur jad ke fayde, gun aur labh
तिल का तेल और उसके उपयोग के बारे में तो सब भली-भांति जानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि तिल के पौधे के पत्ते भी बहुत उपयोगी और फायदेमंद होते हैं? इस लेख में तिल के पत्ते और जड़ के लाभ, उपयोग और गुण के बारे में बताया गया है।
तिल की खेती हजारो सालों से होती आ रही है और मानव इतिहास में ये सबसे पहले उगाये जाने वाली फसलों में से एक है। यह एक जड़ी-बूटी है जिसके पौधे की लंबाई लगभग 1 से 3 फीट होती है। तिल के पौधे में हलकी गंध होती है। इसके फूल बैंगनी रंग के होते हैं, और इनका आकार लगभग एक से आधा इंच बड़ा होता है।
तो आइये जानें तिल के पौधे के पत्ते और जड़ के फायदे -
तिल के फूल के लाभ आंखों के लिए - Til ke phool ke labh aankhon ke liye
सर्दियों के मौसम में तिल के फूल से ओस की बूदों को छोटे कपड़ों या रुई के माध्यम से एकत्रित करें। अब इन ओस की बूदों को आखों में ड्राप के रूप में इस्तेमाल करें। यह आंख से संबंधित सभी प्रकार की बीमारियों को ठीक करने में मदद करते हैं।
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तिल की जड़ और पत्तियों का काढ़ा बना कर अपने बालों पर लगाएं। यह आपके बालों को काला करने में मदद करेगा है। इसके साथ ही साथ यह बालों को समय से पहले सफेद होने से रोकता है। तिल के तेल को बालों पर लगाने से आपके बाल काले, मजबूत और लंबे होते हैं।
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तिल के फूल के लाभ पथरी में - Til ke phool ke labh pathri me
सूखे हुए तिल के फूलों को जला कर उनकी राख को रख लें। इस राख को 7 से 10 ग्राम तक पथरी के मरीजों को रोजाना दें। इसे खाने से पथरी आसानी से ठीक हो जाती है। तिल के फूल के 4 ग्राम रस में 2 चम्मच शहद और 250 ml दूध मिलाकर पीएं। यह पथरी रोग को जड़ से मिटाता है।
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तिल की जड़ के फायदे जोड़ों के दर्द में - Til ki jad ke fayde jodo ke dard me
तिल की जड़ और अदरक की जड़ को बराबर मात्रा में लेकर एक मिश्रण तैयार कर लें। इस मिश्रण को 5 ग्राम 3 से 4 बार दें। इसे नियमित रूप से लेने से जोड़ो के दर्द से राहत मिलती है।
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तिल के पोधे की छाल और अदरक को पानी के साथ पीस लें। अब इसे कोई जहरीला कीड़ा या बिल्ली, कुत्ते के काटने पर लगाएं। ऐसा करने से जहर का प्रभाव कम हो जाता है। यह मकड़ी के जहर को निक्रिय करता है। इसके अलावा तिल को पानी के साथ पीसकर जिस भाग में बिल्ली ने काटा हो वहां पर लगाएं। यह बिल्ली के जहर को भी निष्क्रिय करता है। इसके साथ ही साथ तिल के बीज को सिरके के साथ पीस कर जहां बरैया या जहरीला कीड़ा काटा हो वहां पर लगाएं।
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चेतावनी: अगर आप या आप के आस-पास किसी को जानवर ने काटा हो या किसी अन्य कारण से आप या कोई अन्य व्यक्ति कैसे भी किसी भी प्रकार के जहर के संपर्क में आ गए हैं, तो ऐसी स्थिति में आपातकालीन चिकित्सा की आवश्यकता होती है। तुरंत डॉक्टर के पास या अस्पताल जाएँ।
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Source -
https://www.myupchar.com/herbs/til-ke-patte-va-jad-ke-fayde-gun-aur-labh-in-hindi
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